वर्ल्ड वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिपः इंडियन वेटलिफ्टर ने 22 साल बाद जीता गोल्ड, साथ ही कॉमनवेल्थ गेम्स के बारे में कह दी ये बड़ी बात…
अमेरिका के आनाहिम में हुई वर्ल्ड वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में महिलाओं के 48 किलोग्राम भार वर्ग इवेंट में हिस्सा लेते हुए, इंडियन वेटलिफ्टर सैखोम मीराबाई चानू ने 194 किलोग्राम का भार उठाते हुए गोल्ड मेडल अपने नाम कर लिया । यह उपलब्धि हासिल करने वाली वह दूसरी भारतीय वेटलिफ्टर हैं। 22 साल पहले कर्णम मल्लेश्वरी भारत की पहली वर्ल्ड चैंपियन बनीं थीं।
गौरतलब है कि सैखोम मीराबाई चानू ने वर्ल्ड वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में कुल 194 किलोग्राम (85 किलो स्नैच और 109 किलो क्लीन ऐंड जर्क) का भार उठाया । इस भार को उठाते ही चानू ने ये रिकॉर्ड भी अपने भारत के नाम पर दर्ज करवा दिया । कर्णम मल्लेश्वरी ने 1995 में इस स्पर्धा में देश के लिए गोल्ड जीता था ।
आपको बता दें कि चानू ने अगले साल सितंबर में होने वाले कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए अपनी जगह पक्की कर ली है। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में संपन्न कॉमनवेल्थ सीनियर वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप्स में गोल्ड मेडल जीता था। पोडियम पर खड़े होकर तिरंगा देखकर गोल्ड विजेता चानू की आंखों से आंसू निकल गए। थाईलैंड की सुकचारोन तुनिया ने रजत और सेगुरा अना इरिस ने कांस्य पदक जीता। डोपिंग से जुड़े मसलों के कारण रुस, चीन, कजाखस्तान, उक्रेन और अजरबैजान जैसे भारोत्तोलन के शीर्ष देश इसमें भाग नहीं ले रहे हैं।
इसके अलावा मीराबाई ने गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स में अपनी संभावनाओं के बारे में बताते हुए एक बड़ा बयान दिया है। जिसके मुताबिक एशियन गेम्स और विश्व चैंपियनशिप के मुकाबले कॉमनवेल्थ गेम्स में कम प्रतियोगी होंगे। ऐसे में गोल्ड कोस्ट में जीतना थोड़ा आसान होगा। मैं कह सकती हूं कि स्वर्ण जीतूंगी।